LM358 द्वारा संचायिका आवेष संकेतक


जैसा कि आपने देखा हमारा पिछला परिपथ TL431 पर बना  था और वह संचायिका की आवेष का स्तर बताता था। आज का परिपथ भी कुछ ऐसा ही करता है परंतु इसमें दो एलईडी रोशनियों का प्रयोग किया गया है।  यह परिपथ हम किसी भी संचायिका आवेषक के आगे लगा सकते हैं और यह परिपथ संचायिका का स्तर बताएगा। इसका कार्य कुछ ऐसा है कि जब इस परिपथ को विभव मिलता हैं  और यदि हमने संचायिका को इस से नहीं जोड़ा है तो यह लाल रंग की एलईडी को जलाएगा। जैसे ही हम इसमें संचायिका को जोड़ देंगे और संचायिका अवेषित हो रही होगी तो यह हरि एलईडी को जला देगा।  और आवेष की प्रक्रिया चलते-चलते जब संचायिका पूर्ण रूप से अवेषित हो जाएगी तब यह दोबारा लाल रंग की एलईडी को जला देगा। यह परिपथ किसी भी साधारण संचायिका अवेषक में लगकर उसे होशियार बना देता है।


जैसा कि आप देख रहे हैं R3 और R4 यह दोनों एक साधारण विभव वितरक का कार्य कर रहे हैं।
इसमें हमने  एक जीनर डायोड का प्रयोग भी किया है, जो कि संदर्भ का कार्य करता है।
बस जीनर डायोड के संदर्भ को ही ध्यान में रखकर यह  तुल्निक आईसीअपनी बाहरी दशा बदलती है।
और इसी दशा से लाल और हरे रंग की एलईडी जलती या बुझती है, और हमें स्थिति का पता चलता है।





लेखक
अनिरुद्ध शर्मा

अनि-प्रयोगशाला

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